खुनी ख़ज़ाने की कहानी । रहस्यमय कहानियाँ | Horror Story In Hindi

3/5 - (2 votes)

प्रिय पाठकों, हमें उम्मीद है कि आपको हमारी यह कहानी (खुनी ख़ज़ाने की कहानी । रहस्यमय कहानियाँ | Horror Story In Hindi बहुत पसंद आएगी।

Horror Story | Bhoot ki Kahani | Ghost Stories | Horror Stories in Hindi for Reading | Chudail | Chudail ki Kahani | Darr | Jinn | Horror Story in Hindi | Horror Stories

ऐसी ही और भी कहानियां पढ़ने के लिए हमारे साथ Dantakatha.com पर बने रहे। धन्यवाद

माया खूंखार स्वर में बोली ” भतेरी तूने अपना वचन तोड़ा है, मैं तुझे सबकुछ देने वाली थी मगर तूने अपने पति की बातों में आकर मुझे दिया वचन तोड़ दिया और मुझे क्रोधित कर दिया है, अब तुझे इसके बहुत भयानक परिणाम भुगतने होंगे” ऐसा कहकर उसने भतेरी के पेट पर हाथ रख दिया और तुरन्त ही अँधेरे में अदृश्य हो गई, भतेरी को ऐसा लगा जैसे मानो किसी ने पिंघलता हुआ लावा उसके पेट में डाल दिया हो, उसको पेट में असहनीय दर्द उठा, अब उसकी आवाज़ जैसे पुरे गाँव में गूँज गई!

फिर क्या हुआ “खुनी ख़ज़ाने की कहानी” पूरी कहानी पढ़कर जाने…

खुनी ख़ज़ाने की कहानी की भूमिका Horror Story in Hindi

धन कहें  पैसा या माया कह दें, शब्द कोई भी हो इन सभी शब्दों में बहुत ही आकर्षण है और हो भी क्यों ना लगभग सभी भोग और विलासिता की वस्तुएं इस एक साधन से आसानी से जुटाई जा सकती हैं! माया को “चंचला” कहा गया है क्यूंकि ये ज्यादा समय किसी के पास रूकती ही नहीं, कुछ ही ऐसे सौभाग्यशाली व्यक्ति होते हैं जिनपर माया का भी मन आ जाता है और माया उनके जीवन और परिवार में स्थाई रूप से निवास करती है!

माया चंचला हैं, मुश्किल ही कहीं रूकती हैं और इससे हटकर माया की अपनी कोई प्रवर्ती नहीं है, ये हमारे व्यक्तित्व और बुद्धि के अनुसार ही हमें गति, दिशा देती हैं और कार्य कराती है!

माया ने फेंका मायाजाल Chudail ki Kahani

बात कुछ 1950 के दशक की है जब “भतेरी देवी” नाम की महिला इसी गाँव के गडे धन वाले मिट्टी के घर में निवास करती थी, वो अपने ससुराल से अलग अपने पति के साथ यहाँ रहा करती थी! शादी को एक साल हो गया था और अब “भतेरी” माँ बनने वाली थी दोनों ही लोग अपनी होने वाली संतान को लेकर खुश थे! कहीं अगर कुछ समस्या थी तो वो उस घर की कच्ची ज़मीन में थी,

भतेरी और उसका पति जबसे वहां रहने आये तबसे ही उनको एक सिक्कों से भरे घड़े के रूडकने की आवाज़ आई रात आया करती थी जैसे मानो सिक्कों से भरे घड़े ने कमरे के एक कोने से रुड़कना शुरु किया और कमरे के दूसरे कोने में जाकर रुड़काना बंद किया! ऐसा अकसर हुआ तो करता था पर इससे पति-पत्नी का कोई नुकसान अभी तक नहीं हुआ था तो इस बात को इतनी अहमियत देना दोनों ही नहीं चाहते थे और जीवन ऐसे ही आगे बढ़ रहा था,

भतेरी का 7 महीने का गर्भ हो चूका था!

एक दिन हुआ ऐसा कि भतेरी के पति को किसी दावत से लौटने में काफ़ी देरी हो गई और उधर भतेरी घर के सारे काम निपटा कर और खाना खाकर सोने के लिए बिस्तर पर लेट गई थोड़ी ही देर बाद उस सिक्के से भरे घड़े की आवाज़ फिरसे आने लगी, भतेरी को डर तो लगा क्यूंकि आज पहली बार ऐसा हो रहा था की वो रात में अकेली थी,

फिर वो थोड़ा सम्भली और आये दिन ऐसा होता रहता है ऐसा सोचकर सोने की कोशिश में लग गई, वैसे तो आवाजें एक या दो बार ही आया करती लेकिन आज तो ये आवाजें रुकने का नाम ही नहीं ले रही थी और भतेरी की बेचैनी बढ़ती जा रही थी!

भतेरी अपने पति के आने की आस लगाए मन में प्रार्थना करती जा रही थी मगर उसका पति अब भी घर से काफ़ी दूर था! भतेरी को वो रात काटनी भारी पड़ रही थी, वो करवतें बदले जा रही थी मगर आवाज़ जस की तस बनी हुई थी! एकदम अचानक से सारी आवाजें बंद हो गई, घर में हलकी सी रौशनी हुई और एक दुल्हन जैसी सजी हुई औरत छम-छम करती भतेरी के बिस्तर के आस-पास घूमने लगी और भतेरी ये सब साफ-साफ देखे जा रही थी, अब उस औरत ने भतेरी से कहा “भतेरी मैं माया हूँ और तुझसे बहुत खुश हूँ तुझे मुझसे डरने की जरुरत नहीं है मैं तुझे आज धनवान बनाने आई हूँ”

Shaitani Kahaniyan

भतेरी ने जैसे ही गौर से उस औरत को देखा और उसकी आवाज़ सुनी तो जैसे मानो वो मन्त्रमुग्ध हो गई और अपने होशो-हवास से काफ़ी हद्द तक बाहर हो गई, माया का रूप बहुत ही आकर्षक था और उसकी आवाज़ तो ऐसी थी जैसे सबकुछ भूल कर इंसान बस सुनता ही जाए और उसका सुनने से मन ही न भरे! अब भतेरी का डर तो जा चूका था इसलिए अब उसको माया की सभी बातें सुनाई दे रही थी, समझ आ रही थी और भतेरी की धन पाने की लालसा बढ़ती जा रही था!

माया ने आगे घर के एक कोने की तरफ इशारा करते हुआ कहा ” भतेरी ये देख मैं यहाँ हूँ, इस कोने में सोने के सिक्कों के रूप में कई मिट्टी के घड़ों में दबी हुई हूँ, मुझे निकल ले और अपना जीवन सुखों से भर ले, बोल भतेरी निकलेगी मुझे? अपना जीवन सुखों से भरेगी? बनना चाहती है धनवान? जल्दी बता नहीं तो मैं जा रही हूँ और दूसरा मौका तुझे अब कभी भी नहीं दूँगी!”

Chudail ki Kahani

भतेरी तो माया के मोहपाश में पहले ही आ चुकी थी, उसका तो इंकार करने का सवाल ही नहीं था इसलिए उसने माया से कहा कि मैं तुझे यहाँ से अभी मेरे पति के आते ही निकल लेती हूँ मगर माया इतना कहने से ही नहीं मानी और भतेरी से ‘वचन’ भरने को कहने लगी की भतेरी तू मुझे वचन दे की तू मुझे यहाँ से अपने पति के आते ही निकाल लेगी, भतेरी को तो वचन देते हुए भी कोई दिक्कत नहीं हुई क्यूंकि उसको इसमें फायदा ही फायदा दिख रहा था नुकसान तो इसमें उसकी समझ से कुछ था ही नहीं!

Shaitani Kahaniyan

भतेरी से वचन लेकर माया झट से छुमन्त्र  हो गई! अब भतेरी धन की दुनिया के सपनों में खो गई, थोड़ी ही देर में उसने पक्का घर, जेवर, मेहँगे कपडे, नौकर-चाकर, गाड़ी और न जाने क्या-क्या सोच डाला! रात के लगभग दो बजे घर की चौखट पर आहट हुई, भतेरी का पति घर आ चुका था, भतेरी ने दरवाजा खोला और पति के अंदर आते ही उसको जोशीले अंदाज़ में सारी बात बता डाली, मगर भतेरी के पति ने दुनिया देखी थी और वो जनता था की इसमें कितना खतरा है और इससे बिलकुल फायदा नहीं होने वाला उल्टा अब भतेरी के वचन की कीमत दोनों पति-पत्नी को चुकानी पड़ सकती है!

ख़ज़ाने ने ली पहली नरबली Shaitani Kahaniyan

अब दोनों को खतरे का तो पता चल गया था, भतेरी को अपनी भूल का एहसास और पशतावा दोनों थे, मगर सबसे ज्यादा डर उसको अपने दिये वचन से था, वो जानती थी की ये बहुत ही खतरनाक काम उससे हो गया है!

भतेरी के पति को इस खतरे से बचने का उपाय सूझ नहीं रहा था तो उसको पास के एक मित्र ने सुझाया कि इस गाँव के कोने पर एक बुजुर्ग रहते हैं उनको ऐसी विद्यायों का बहुत ज्ञान और अनुभव है और वो इसका समाधान कर सकते हैं तो हम आज काम खत्म करके उनके पास चल देंगे, अब शाम हुई और शाम होते ही दोनों मित्र उस बुजुर्ग के घर जा पहुचे, मगर होनी को तो कुछ और ही मंजूर था, पता चला कि वो अपने किसी रिश्तेदार के घर राजस्थान गए हुए हैं और 2-3 दिनों में लौटेंगे, अब दोनों मित्र निराश होकर घर आ गए और 2-3 दिन इंतज़ार करने का फैसला किया!

Horror Story in Hindi

भतेरी का पति भतेरी को सारी बात बताता है और 2-3 दिन हिम्मत रखने को कहता है! अब रात होती है, दोनों खाना खाकर सो जाते हैं!

रात अब आधी हो चुकी है दोनों गहरी नींद में हैं, फिरसे उस सिक्के वाले घड़े के रूडकने की आवाज़ भतेरी के कानो में आने लगती है और उसकी नींद खुल जाती है वो जल्दी से अपने पति को उठाने की कोशिश करती है मगर वो खुद को किसी शक्ति के नीचे दबा हुआ महसूस करती है, भतेरी हाथ-पैर हिलाने की कोशिश करती है मगर हिला नहीं पाती, पति को जोर से आवाज़ देती है मगर गले से आवाज़ ही बाहर नहीं आती, वो खुद को 

Chudail ki Kahani

कदम बेबस और असहाय महसूस करती है! माया का अब वाला रूप देख कर वो डर से काँपने लगती है, उसको यकीन ही नहीं होता की ये वही मोहिनी सूरत है जिसके चेहरे से नज़र नहीं हट रही थी और माया की अब जो आवाज़ थी वो तो जैसे एकदम विचलित करने वाली थी, बहुत दर्द, व्याकुलता, गुस्सा और न जाने क्या-क्या नकारात्मक भाव अब उसकी आवाज़ में आ गए थे और वो बस भतेरी के पास ही घूमे जा रही थी,

Horror Story in Hindi

कुछ देर बाद माया खूंखार स्वर में बोली ” भतेरी तूने अपना वचन तोड़ा है, मैं तुझे सबकुछ देने वाली थी मगर तूने अपने पति की बातों में आकर मुझे दिया वचन तोड़ दिया और मुझे क्रोधित कर दिया है, अब तुझे इसके बहुत भयानक परिणाम भुगतने होंगे” ऐसा कहकर उसने भतेरी के पेट पर हाथ रख दिया और तुरन्त ही अँधेरे में अदृश्य हो गई, भतेरी को ऐसा लगा जैसे मानो किसी ने पिंघलता हुआ ‘लावा’ उसके पेट में डाल दिया हो, उसको पेट में असहनीय दर्द उठा और उसकी तेज़ चींख निकल गई जिससे उसकी आवाज़ जैसे पुरे गाँव में गूँज गई,

भतेरी का पति भी एकदम झटपटा कर उठा और उसका हाल देखकर तुरन्त ही उसको ‘दाई’ के पास लेकर भागा, सुबह भी हो ही चुकी थी तो पडोसी भी ऐसा होता देख पति-पत्नी के साथ हो लिए, दाई ने देखा और कहा की अभी प्रसव करना होगा नहीं तो काफ़ी दिक्कत हो जाएगी, तो पति ने हाँ कर दी, और वो करता भी क्या? कोई और रास्ता भी उसको नहीं दिख रहा था, सभी लोग दाई के घर के पास ही बैठ गए और खुशखबरी का इंतजार करने लगे, थोड़ी ही देर में दाई ने बाहर आकर लटके मुँह से भतेरी के पति से कहा की आपके यहाँ बेटा हुआ है मगर वो मृत पैदा हुआ है,

Chudail ki Kahani

ये अशुभ खबर सुनने के बाद सभी लोगो में उदासी का भाव छा गया भतेरी के पति को तो यकीन ही नहीं हो रहा था की ऐसा हो गया है, कुछ देर लगी उसको संभलाने में, अब उसे दाई ने अपने घर के अंदर आने को कहा, उसके अंदर आने पर उसको उसकी पत्नी से मिलवाया, भतेरी होश में आ गई थी और रो रही थी, दाई ने कहा के ये देखो ये आपके बेटे का शरीर है,

दाई ने कहा की हैरानी की बात यह है कि ये कोख में रहकर भी इतना कैसे झुलस गया जैसे मानो किसी भट्टी में इसको रखा गया हो या किसी आग ने इसको झुलसा दिया हो और इसके विपरीत भतेरी के पेट पर या शरीर पर कहीं जलने का एक छोटा सा निशान तक नहीं है!

भतेरी और उसका पति दोनों नम आँखों से ये सब सुन रहे थे, भतेरी तो सब जानती ही थी मगर वहां उसने चुप रहना ही सही समझा! दोपहर को बच्चे के शरीर को पानी में बहा कर सब लोग अपने घर लौट गए और भतेरी और उसका पति भी अपने घर में आ गए! भतेरी ने अब रोते-रोते अपने पति को रात की सारी बात बता दी और कहा की मेरे लालच और मूर्खता की कीमत हमारे बेटे ने चुकाई है जिसके लिए मैं खुद को कभी माफ़ नहीं करुँगी! पति ने उसको संभाला और कहा की शायद ‘नियति’ को यही मंजूर था!

Ghost Stories

दोनों का मन अब उस घर में लगना बंद हो गया था, न तो उनको नींद ही आती थी और न ही चैन से खाया-पिया जाता था, ऐसे ही 6-7 दिन गुजर गए और अब वो अनुभवी और ज्ञानी बुजुर्ग भी गाँव वापस आ चुके थे! पति-पत्नी ने अब बुजुर्ग से मिलने का फैसला किया और उसके घर जा पहुचे, बुजुर्ग को इस घटना का तो पता गाँववालों से लग ही गया था परन्तु इसके पीछे का सच्च अब जाकर भतेरी से सुनने को मिला, बुजुर्ग को सारी बात समझते देर नहीं लगी और बुजुर्ग ने दोनों पति-पत्नी से आज ही उस घर को छोड़ने की बात कही!

बुजुर्ग ने कहा “तुमने एक सोई हुई शक्ति को जगाया ही नहीं बल्कि उसको क्रोधित भी कर दिया है और उसका क्रोध अभी शांत नहीं हुआ है! वो शक्ति अभी इससे भी ज्यादा विनाश कर सकती है, तो तुम लोगो के लिए यही सही है की तुम लोग आज ही यहाँ इस घर से जरुरत की चीज़ें लेकर निकल जाओ और कभी यहाँ आने का मत सोचना”

Darawni Chudail ki Kahani

पति-पत्नी ने ऐसा ही किया और रातों-रात उस घर और गाँव को छोड़ गए, कोई नहीं जानता के वो कहाँ गए, माया ने उनका पीछा छोड़ा या नहीं और अब वो जीवित हैं भी या नहीं! यह बात अब बस एक सवाल बन कर रह गयी है!

 

माया ने खटखटाया द्वार Chudail

ये सच्ची घटना मध्य प्रदेश के जिला ‘श्योपुर’ के एक गांव की है, बात 1970 के दशक की है एक महिला जिसकी उम्र लगभग 50 और नाम भूरी था, वो मिट्टी के बर्तन बनाती थी,  घर-घर जाकर उनको बेचती थी और अपने परिवार का गुजर-बसर करती थी! उसका पति तो जवानी में ही एक बेटा उसके पास छोड़कर गुजर गया था, उस अकेली औरत ने उस बच्चे को अपने मिट्टी के बर्तन बेच कर ही पाला था और अब उसकी शादी भी कर दी थी!

भूरी ने अपने अभी तक के जीवन में काफी गरीबी और संघर्ष देखा था! भूरी गांव-गांव और घर-घर जाकर अपने मिट्टी के खिलौने बेचा करती थी, उन दिनों मिट्टी के खिलौनो का काफ़ी चलन था और गांव के बच्चों की पहुँच प्लास्टिक के खिलौने तक ज्यादा नहीं थी इसलिए भूरी की अपने परिवार के गुजारे लायक कमाई हो जाया करती थी, ऐसे ही समय गुजर रहा था और जीवन चल रहा था!

Horror Story in Hindi

फिर एक दिन समय ने करवट ली और कहानी में एक जबरदस्त घुमाव आया, हुआ ऐसा कि रोज की तरह भूरी एक गाँव से दूसरे गाँव अपने मिट्टी के खिलौने बेचती घूम रही थी, दोपहर का समय था अचानक से भूरी को पेशाब आया, पहले इतने शौचालय तो थे नहीं लोगो को खुले में ही जाना पड़ता था इसलिए वो खाली जगह की तलाश करने लगी उसको एक खंडर जैसा एक खाली घर दिखा तो वो उसमें घुसकर पेशाब करने लगी तभी वहां से उसको कुछ खनकने की आवाजें आने लगी मानो जैसे किसी बर्तन में कई सिक्के हों और वो लगातार रुड़के जा रहा हो!

पहले तो वो डर गई फिर उसने ध्यान से सुना तो उसको बात समझ आई की ये कोई है जो उससे सम्पर्क करना चाहता है और वैसा हुआ भी, वो जैसे ही पेशाब करके उठी तो उसको अपने पैरों के पास ही एक मिट्टी के घड़े की किनारियां दिखने लगी जिससे की भूरी का उत्साह बढ़ गया अब उसको यकीन होने लगा था की हो न हो ये कोई “गड़ा धन” है और अब उसकी किस्मत खुलने वाली है, जीवन में तो उसने धन का आभाव देखा ही था इसलिये ये सब देखकर उसकी धन को पाने की लालसा चर्म पर आ गई अब बस वो उस धन को जल्दी से पा लेना चाहती थी!

Short Horror Stories

अब उसने उस घड़े के आस-पास से मिट्टी को हटाना शुरु ही किया था की अचानक ही एक आवाज उसके कानो में आने लगी वो एकबार को तो डर गई फिर वो सम्भली और उस आवाज़ पर गौर करने लगी, पुरे ध्यान से उस आवाज़ को सुनने लगी, वो माया की आवाज़ थी, माया बड़े ही मीठे सुर में भूरी से बात करने लगी, माया बोली भूरी मैं माया हूँ इस धन की रक्षक हूँ, मैं तुझे जानती हूँ तुझे इस धन की बहुत जरुरत है और मैं भी यहाँ काफी समय से गडी हुई हूँ क्यों न तू मुझे अपने साथ ले चल? जिससे हम दोनों की परेशानी दूर हो जाएगी!

भूरी को सब सही ही लग रहा था उसके सोचने और समझने की शक्ति वो माया खा चुकी थी और अब भूरी पूरी तरह माया के वश में थी और माया को अब भूरी के साथ जाना ही था, तो भूरी ने कहा की मैं तुझे अपने साथ ले तो अभी चलूँ पर अभी दिन का समय है सभी लोग गाँव में होंगे और रास्ते में मिलेंगे तो हो सकता है वो मुझे लूट लें इसलिए मैं आज रात तुझे लेने आऊँगी, जरूर आऊँगी!

Horror Story in Hindi

माया ने भूरी से आज रात वापस आने का वचन लिया, भूरी को तो आना ही था तो उसने बिना झिझके वचन दे डाला और पहचान के लिए एक निशान उस घर के पास लगा दिया और फिर उत्साह से अपने घर की तरह बढ़ गई!

भूरी ने भी पहना लालच का फंदा Horror Stories

भूरी आज दोपहर को ही घर आ चुकी थी उसके मन में सुनहरे जीवन की उमंग थी, उसको अपना और अपने बच्चों का भविष्य अब उज्जवल दिख रहा था! बेटे और बहु ने उसके जल्दी आने का कारण पूछा तो उसने कहा कि आज काम का मन नहीं था इसलिए घर जल्दी आ गई फिर सबने साथ में खाना खाया और फिर बेटा- बहु अपने कमरे में सोने चले गए मगर भूरी जगती रही और रात होने के इंतजार में घर कि चौखट पर ही बैठी रही!

Horror Stories in Hindi for Reading

कुछ घंटे गुजरे और पूरी रात हो गई अब भूरी ने खोदने के लिए कुछ औज़ार लिए, एक लालटेन, एक बड़ी सी बोरी ली और उस गाँव कि तरफ चल पड़ी, कुछ समय चलने के बाद वो उसी गाँव के उसी खंडर जैसे घर के सामने जा पहुंची, भूरी ने आस-पास देखा तो कोई नहीं था वो चुपके से उस खंडर जैसे घर में घुस गई और वहां फिर उसको जो दिखा उसपर उसको यकीन नहीं हुआ, उसने देखा कि उसके बिना खोदे ही उसके सामने मिट्टी के चार घड़े भर कर ‘सोने के सिक्के, जेवर और आशार्फीयां’ थी, चारों घड़ों में गजब की चमक निकल रही थी!

ये सारा मनोरम दृश्य उसको वशीभूत कर रहा था उसकी ख़ुशी का कोई ठिकाना नहीं था मगर वो एकदम सतर्क थी कि किसी और की नज़र पड़ने से पहले ही इस सारे धन को यहाँ से निकालकर ले जाना है तो उसने वैसा ही करना शुरु कर दिया और सारे घड़े खाली करके बोरी में सारा खजाना डालकर वहाँ से सावधानी से निकल गई, जैसे ही वो गाँव पार करके सडक पर आई तो मानो उसके पैर हवा से बातें करने लगे और वो बहुत ही जल्द अपने घर के पास आ गई!

मालामाल होकर तबाह हुई भूरी Horror Story in Hindi

जैसे ही भूरी घर के सामने पहुँची उसने वहाँ लोगो की भीड़ लगी देखी, उसको कुछ समझ नहीं आ रहा था कि क्या माजरा है? वो घर के अंदर आई तो उसका दिल देहल गया भूरी कि बहु घर के 

आँगन में आग लगा कर मर चुकी थी, भूरी ने एक कोने में उस खजाने की बोरी को फेंका और फिर वो अपने बेटे को ढूंढने के लिए कमरे में गई तो वो मंजर और भी खौफनाक था बेटा भी फांसी लगा कर मर चूका था!

Shaitani Kahaniyan

पलक झपकते ही उसकी दुनिया पूरी तरह उजड़ चुकी थी, असहनिये दर्द का ये सैलाब उसको तबाह कर चुका था, कहाँ वो थोड़ी देर पहले असीम आंनद के आसमान में उड़ रही थी और कहाँ वो अब अनंत दर्द के पाताल में जा गिरी थी!

भूरी के पड़ोस के लोग आपस में बातें कर रहे थे की हमने तो बस दोनों की चीखें सुनी और जैसे ही बाहर आकर देखा तो दोनों मर चुके थे, हम उनकी मदद कर सकें ऐसी गुंजाईश ही नहीं बची थी!

फिर किसी ने मोल ली गड़ी आफत Chudail ki Kahani

साल दर साल बीतते गए इस खबर से कई गाँव वाले घर छोड़ गए और वो शापित कच्चा घर खंडर बनकर रह गया, ज्ञानी बुजुर्ग भी स्वर्ग सिधार गए! सभी लोग उस घर से डरने लगे मगर गाँव का एक व्यक्ति जिसका नाम राजन और उम्र 35 साल थी उसकी इस शापित घर पर लालच भरी नज़र थी वो कुछ भी करके उस अपार धन को पा लेना चाहता था और इसके लिए वो आये दिन जुगत भिड़ाता रहता था मगर अभी तक उसको कोई सफलता नहीं मिली थी!

Real Horror Stories

फिर एक दिन किसी ने उसको कहा की वो ‘बंगाल’ गया था और वहां एक अघोरी बाबा से मिला था जो तंत्र विद्या में निपुन थे और बहुत पहुँचे हुए थे, राजन को बंगाल जाकर उनसे मिलने को कहा और उस अघोरी के गाँव और मंदिर का पता भी दे दिया!

राजन की तो जैसे घर बैठे ‘लॉटरी’ ही लग गई थी! अब राजन ने बिना देर किए बंगाल जाने की तैयारी कर ली और अगली ही सुबह बंगाल के लिए निकल गया!

Ghost Stories

बंगाल के उस गाँव आते ही जैसे ही ‘अघोरी बाबा’ का नाम पूछा हुआ आसानी से ही अघोरी बाबा तक पहुँच गया और सारी बात बाबा को बता दी, अघोरी बाबा सबकुछ समझ गए, अपनी शक्ति पर तो बाबा को घमंड था ही साथ ही वो बहुत पहुँचे हुए भी थे तो उन्होंने झट से अपना फायदा राजन से जानना चाहा तो राजन ने भी ‘गड़े धन’ में से आधा हिस्सा देने की बात कह डाली क्यूंकि राजन जनता था की वो इस धन को निकलने में कितने जतन कर चूका है और हर बार असफल रहा है!

राजन को अघोरी बाबा की मदद लेना आखिरी उम्मीद ही दिख रही थी इसलिए उसने इतना बड़ा हिस्सा अघोरी को देने का फैसला किया! अगले ही दिन दोनों श्योपुर मध्यप्रदेश के लिए निकल गए!  गाँव में आते ही अघोरी बाबा ने गाँव का निरक्षण किया उस घर में जाकर पूरा घर छाना और उस जगह का पता अपनी सिद्धि से लगाने के बाद आज रात ही खुदाई करने का फैसला किया! अघोरी बाबा ने राजन से कहा की हमें कुछ और लोगो की जरुरत इस कार्य के लिए पड़ेगी तो तुम कुछ 5-7 लोगो का इतेज़ाम करलो, आज रात ही खुदाई करके सारा धन निकल लेंगे!

Hindi Horror Kahaniyan

गाँव के लोगो को तो उस शापित घर का पहले से ही पता था और जब राजन और अघोरी बाबा घर के इर्द-गिर्द घूम रहे थे वो तभी समझ गए थे की कुछ न कुछ आज रात होने वाला है! गाँव के कुछ बुजुर्गो ने राजन और अघोरी को समझाने की बहुत कोशिश की और खतरों से आगाह भी किया मगर दोनों ने उनकी एक न मानी और अपनी योजना को क्रियान्वित करने में लगे रहे!

खुनी ख़ज़ाने की दूसरी बली Shaitani Kahaniyan

रात होते ही ‘अघोरी’ ने पहले तो अपनी ‘तंत्र विद्या’ से उस घर को बांधा फिर उस घर के कोने में जहाँ धन गड़ा था वहां कुछ बकरों और मुर्गों की ‘बली’ दी जिससे अघोरी के साथ जो शक्तियां हैं वो खजाना निकलने में मदद करें और वो दोनों इस धन को आसानी से ले जा सकें!

Bhoot Stories

सारी तांत्रिक क्रियायें और बली होने के पश्चात् अघोरी ने राजन से घर के उस विशेष कोने में खुदाई कराने को कहा, राजन ने मजदूरों को वैसा ही करने को कहा, अब मजदूर खोदे जा रहे थे रात गहरी होती जा रही थी और पूरा गाँव दूर से ही ऐसा होता देख रहा था! काफ़ी देर खुदाई के बाद जाकर कुछ मिट्टी के घड़े जैसा कुछ दिखने लगा जिससे राजन और अघोरी बाबा दोनों की आँखों में चमक आ गई मगर थोड़ी ही देर बाद अघोरी बाबा की तबियत बिगड़ने लगी जितना खुदाई होती उतना ही बाबा की तबियत बिगड़ जाती, सारा माजरा समझते अघोरी बाबा को देर 

न लगी और उन्होंने राजन से कह कर तुरन्त खुदाई को रुकवा दिया, सभी मजदूरों को पैसे देकर जाने को कह दिया, राजन को कुछ समझ नहीं आ रहा था तो उसने बाबा से पूछा तो बाबा ने बताया की मैंने तुम्हे गड़ा धन तो दिखा दिया है मगर इसको अभी निकाला तो ये हम दोनों की जान ले लेगा, इसलिए मुझे थोड़ा वक़्त दो, मैं अपने गाँव जाकर कुछ साधनाएं करूँगा जिससे बाद हम सुरक्षित हो जायेंगे और इस धन को निकाल सकेंगे!

Bhoot ki Kahani

राजन भी थोड़ा डर गया था तो उसने अघोरी की बात मान ली और सुबह होते ही अघोरी बाबा गाँव छोड़ कर बंगाल की तरह निकल गए! वो दिन आखिरी था जब अघोरी बाबा को देखा गया था फिर वो कहीं नहीं दिखे, न अपने मंदिर, न कुटिया और न ही अपने गाँव में!

राजन भी उस दिन के बाद धीरे-धीरे पागल हो गया, पुरे दिन टकटकी लगा कर उसी घर को देखता रहता था, कुछ दिनों बाद उसी घर में उसका मृत शरीर मिला तो गाँव में और ज्यादा डर बैठ गया और 2-4 घरों को छोड़ कर पूरा गाँव ही खाली हो गया!

खुनी ख़ज़ाने की कहानी का सारांश Horror Story in Hindi

‘माया’ अपनी ‘बली’ ले चुकी थी और उस खजाने को निकालने की कीमत भूरी ने चुका दी थी जैसे कि भतेरी ने वचन देकर मुकरने से अपना बेटा पैदा होने से पहले ही खो दिया था और राजन का पागल होना और बाद में मरना, अघोरी का अचानक गायब हो जाना सब इसी तरफ इशारा कर रहे थे की ये एक शापित खजाना था जिसकी रक्षा माया नाम से एक शक्ति कर रही थी, जो इसको निकालने की कोशिश भी करता ये उससे उसकी या उसके परिवार की ‘बली’ ले लेती और अपना उद्देश्य पूरा कर लेती!

Bhoot Pret ki kahaniya

यहाँ इस कहानी का अंत हो सकता है मगर इतने सवाल खड़े करके कोई कहानी कैसे पूरी हो सकती है?

पहला सवाल तो यह है कि क्या वो माया या लक्ष्मी जी थी? जवाब है नहीं वो माया या लक्ष्मी जी नहीं थी वो तो उस खजाने की रक्षा के लिए बैठाई गई एक शक्ति थी जिसको खुद ‘बली’ का लालच देकर वहाँ बैठाया गया था और उससे कोई बड़ा और जटिल कार्य कराया गया था!

दूसरा सवाल है ये गड़े खजाने आखिर मिलते क्यों हैं क्यों लोग उन्हें अपने पास रखने की बजाय गाड़ दिया करते थे?

Ghost Stories in Hindi

अब इसका जवाब है कि जब लोगो की बड़ी-बड़ी इच्छाएं होती थी जैसे संतान सुख की कमी, राजगाद्दी की लालसा किसी लाईलाज बीमारी से छुटकारा आदि! ऐसी ही इच्छाएं जो सही तरह से पूरी नहीं होती थी तो वो लोग जो संपन्न और धनवान हुआ करते थे वो इसके लिए ऐसी शक्ति की उपासना करके या किसी तांत्रिक की सहायता से अपना कार्य सिद्ध करा लेते थे परन्तु उस शक्ति को तो “मनुष्य बली” ही चाहिए होती थी

Horror Story in Hindi

तो तांत्रिक उससे कुछ वर्षों का समय लेकर व्यक्ति से उसकी सोने की चीज़ों के रूप में काफ़ी सारा सोना ज़मीन में गडवा देते थे और उस अमुख शक्ति को तंत्र-मन्त्र की सहायता से उसकी रक्षा के लिए उसके ऊपर बैठा देते थे, जिससे की कोई भी व्यक्ति जब उस खजाने को निकालेने की कोशिश करे तो वो शक्ति उस व्यक्ति या उसके किसी परिवार के सदस्य की ‘बली’ लेकर अपना “भोग” ले सके और सोने की ही चीज़ें इसलिए रखी जाती थी की ताकि वो समय के साथ ख़राब न हो जायें और हर दौर में उसका मूल्य बढ़ता रहे!

जैसे ही कोई लालच में आकर उस खजाने को निकलने की कोशिश करता तो वो शक्ति उसका शिकार करके अपना “भोग” ले लेती है!

 

लालच:
लालच बुरी बला है,
ऐसा हमने पढ़ा है!
जो लालच में पड़ा है,
दुखों का पहाड़ उसने चढ़ा है!
सुख, शान्ति, सम्मान और जान की हानि
यही इसका अंतिम पड़ाव रहा है!

 

नोट: अपने डरावने सच्चे किस्से हमें बताएं, पैसा और नाम कमाएं!

Click Here!

रहस्यमय कहानियाँ | Rahasyamay Kahaniyan

प्रिय पाठकों, हमें उम्मीद है कि आपको हमारी यह कहानी (खुनी ख़ज़ाने की कहानी । रहस्यमय कहानियाँ | Rahasyamay Kahaniyan) और इसके जैसी कहानियां जैसे

Horror Story | Bhoot ki Kahani | Ghost Stories | Horror Stories in Hindi for Reading | Chudail | Chudail ki Kahani | Darr | Jinn | Horror Story in Hindi | Horror Stories

वशीकरण की कहानी (Vashikaran ki Kahani), काला जादू की कहानी (Kala Jaadu ki Kahani), डायन की कहानी (Daayan ki Kahani), छलावा की कहानी (Chhalawa ki Kahani), भूत की कहानी (Bhoot ki Kahani), प्रेत की कहानी (Pret ki Kahani), जिन्न की कहानी (Jinn ki Kahani), पिशाचिनी की कहानी (Pishachini ki Kahani), चुड़ैल की कहानी (Chudail ki Kahani), भूतनी की कहानी (Bhootni ki Kahani) आदि पसंद आ रही होंगी। 

 Warning: Dantakatha.com की सभी कहानियां Copyrighted है! इनको Copy करना Copyright Law का उलंघन मन जायेगा!

ऐसी और भी कहानियां जैसे Hindi Horror Story, Real Horror Story In Hindi, Real Ghost Story In Hindi पढ़ने के लिए आप हमारे साथ पर बने रहिये। 

साथ ही आप भी अपने ऐसे अनुभवों को जो की Creepy, Horror, Ghost, Scary, Scoopy, Haunted, Paranormal हों उनको हमारे साथ साझा करके नाम और पैसा कमा सकते है।

Leave a Comment