रास्ता रोक कर दिखाइ देना उसके लिए जान हलक में आने जैसा था।
मेरा दोस्त और में एक मार्बल फैक्ट्री मे नाईट डुयटी करते थे उस दिन किसी कारण से मेरा दोस्त काम पर आने में कुछ लेट हो गया फैक्ट्री से उसका गांव लगभग 15 किमी पड़ता है। . एक कच्चा रास्ता थोडा कम पड़ता है।
जो 5 किमी जगल से होकर गुजरता है। उस रास्ते से रात के समय लोगो का आना जाना बहुत कम रहता है मेरा दोस्त अभी उस रास्ते मे आया ही था किमी मुश्किल से चला होगा वो आराम से चल रहा था कि उसने देखा कि रास्ते के किनारे पर एक खेजडीके पेड के निचे एक आदमी खड़ा है। और उसको हाथ से ईशार किया जैसे वो साथ चलना चा रहा हो उसने बिना सोचे समझे घाडी रोक ली और उसे बात करने लगा पहले तो उस आदमी ने बिडी पिलाने को कहा बिड़ी देने के बाद मेरे दोस्त की नजर उसके पैरो पर चली गई उसने देखा कि उसके पैर उल्टे है।
यह देख मेरा दोस्त सब कुछ समझ गया था फिर म मेरे दोस्त ने बाईक भगाने की सोची लेकिन इतने मे वो आदमी उसके सामने खडा हो गया था और कम से कम दस फिट लम्बा हो गया था और बोला मुझेछोड कर कहा जा रहा है। मेरे दोस्त को काटो तो खुन नही इतनी हालत खराब हो गई फिर एक दम से तेज हवा चलने लगी और वो शैतान बोला मुझे तेरे साथ चलता है मेरा दोस्त कुछ नही बोल पा रहा था और उसने एक जोरदार दहाङ के साथ बोला मुझे लेकर चलता या नही फिर वो बाइक पर बैठ गया और उसने चलने का बोला उसके आगे मेरे दोस्तको कुछ भी याद नहीं आ रहा था और वो 10 किमी बाईक चलाकर फैक्ट्री तक तो आगया लेकिन वहा पहुंचते ही बाईक सहित गीर गया और पुरा शरीर पसीने से लथपथ हो गया .
हम तीन वहां पर भाग कर गये उसको उठाया लेकिन वो कुछ भी नहीं बोल रहा था आखे फाङ फाङकर खा जाने वाली नजर से हमें देखे जा रहा था हमारे एक थोड़ा बुर्जंग आदमी काम करता था वो यह सब देख कर मजरा कुछ कुछ समझ गया और हमे इशारे से बहार बुलाया और हमे बताया कि हो न हो इसके उपर कोई भुत का साया है हम एक दम बहुत डर गये फिर हमने पूछा अब क्या करे बाबा हमने थोडी हिम्मत जुटाकर अन्दर जाकर उसे कुछ पूछा वो कुछ नहीं बोला और हाथ के ईशारे से बस बिडी मागे जा रहा था बाबा उसको बिडी पिलाई औरवो इतनी जल्दी जल्दी बिडी पी रहा था कि मानो आज के बाद उसको कभी बिडी नही मिलेगी हो दो बिडी पिलाने के बाद बाबा थोड़ी हिम्मत करके पूछा कौन है।
तु वो जो बोला हमारे तो कुछ भी समझ में नहीं आया फिर बाबा ने कहा कि यह तो औपरी माया है। अब क्या करे हमें उसकी नजर से बहुत डर लग रहा था फिर बाबा को कुछ यादा आया और धिरे बोले कि सामने फैकट्री मे एक पीर बाबा का स्थान है। वहां लेकर चलो वहां कुछ हो सकता है लेकिन हम तीन आदमियो से वो हिला तक नही फिर मै भागकर दूसरी फेक्ट्री से चार आदमी और बुलाकर लाया हम सात आदमी जैसे तेसे उसको पीर बाबा के स्थान पर ले कर गये इतन । मै पीर बाबा भी जग कर बहार आ गये पीर बाबा को सारी बात बताई पीर बाबा ने थोडा झाङ फुक किया और उसे बात कि कौन है तू फिर वो पता नहीं कौनसी भाषा बोल रहा था हमारे तो कुछ समझ ही नहीं आ रहा था फिर पीर बाबा ने बताया कि यह कोई बहारी आत्मा है।
और ट्रेन से कटकर इसकी मौत हुई है फिर हमने बाबा अबइसको क्या चाहिए फिर पीर बाबा ने उसे बात की और हमें बताया की कल 11:15 बजे रात में एक बडल बिडी का एक ट्रेन ऐसी का टिकीट औरएक नई ड्रेस और सवा किलो मिठाइ रकनी पडेंगी फिर यह यहा कभी नही दिकेगा हमने का कि पीर बाबा यह रखने कौन जायेगा हमारी तो हिम्मत नहीं हो रही है। फैक्ट्री में जाने की पीर बाबाने कहा तुमघबराओ मत मै खुद रखकर आउंगा पुरे दिन मेरा ऐसे ही बेहोस पड़ा रहारात को जैसे ही पीर बाबाने वहा पर सामान रखा और वापस गुमेही थें और वहां पर एक बिडी चालू हुई और ईधर मेरा दोस्त एकदम से ही होस में आकर पानी मागा और उसके बाद हम से कोई उस रास्ते सें आज तक वापस नहीं आये अब मेरा दोस्त एक दम ठिक है। लेकिन रात में अकेला आज भी कही आता जाता नही है।
story by – Manish Ram