प्रिय पाठकों, हमें उम्मीद है कि आपको हमारी यह कहानी पत्नी या प्रेतनी | खौफनाक रहस्यमय कहानियाँ | (Chudail ki kahani) बहुत पसंद आएगी।
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अब पहली बार काम्या के सर वो ख़तरनाक चीज आकर बोलती है “मैं एक आत्मा हूँ जो पहाड़ों में रहती थी मगर मुझे रजनी ने वहाँ पहाड़ों से उठाकर इसके ऊपर छोड़ दिया, अब मैं इसको नहीं छोड़ सकती, मैं इसको तुम सबकी आँखों के सामने से अपने साथ लेकर जाऊँगी और मुझे कोई नहीं रोक पायेगा और भगत तू भी अपना पूरा ज़ोर और अनुभव लगा ले मगर उससे कुछ नही होगा इसको तो मरना ही है”
फिर क्या हुआ पूरी कहानी “पत्नी या प्रेतनी” पढ़कर जाने…
पत्नी या प्रेतनी की भूमिका Bhooto ki Kahani
विवाहित जीवन दुपहिया वाहन की तरह होता है और पति-पत्नी इस वाहन के दो पहिये होते हैं, जबतक दोनों पहिये सही न हों तब तक ये वाहन ठीक से आगे नहीं बढ़ पाता! पति और पत्नी मिलकर एक घर को बनाते और संवारते हैं। एक-दूसरे की कमियों को पूरा करके पूरी एक दुनिया बसा लेते है। परन्तु जब किसी एक की नीयत और निष्ठां उस परिवार में ना हो और उसके अंदर मानवीय गुण न हो बल्कि उसकी राक्षसी प्रवर्ति हो। तो वो केवल दूसरे का जीवन ही बर्बाद नहीं करती बल्कि उसके पुरे परिवार तक को उजाड़ देती है। ऐसा ही एक दिल दहला देने वाला किस्सा दिलवालो की दिल्ली से आपके समक्ष रख रहे हैं।
जुझारू जीवन और नई ज़िम्मेदारियों से डर Chudail ki Kahani
पत्नी या प्रेतनी कहानी राजधानी दिल्ली के करोल बाग की है और 10 वर्ष पुरानी यानि 2013 की है! ये कहानी विशाल नाम के लड़के की है जिसकी आयु 32 वर्ष थी और वो अपने माता-पिता की एकलौती संतान था, विशाल एक फर्नीचर के शोरूम में नौकरी करता था जहाँ उसको बहुत कम वेतन मिलता था जिससे वो अपना और अपने परिवार का खर्च उठाता था, विशाल इस नौकरी से कम वेतन की वजह से खुश नहीं था मगर मजबूर था क्यूंकि पहले भी वो कम वेतन के कारण कई नौकरीयां छोड़ चूका था!
पिछले दस वर्षों से अपनी आर्थिक स्तिथि सुधारने के लिए संघर्ष कर रहा था, आये दिन माता-पिता उससे घर आने के बाद उसकी शादी की बात करते मगर वो मना कर देता और कहता कि “अभी के खर्च और जिम्मेदारियां ही मैं ठीक से नहीं उठा पर रहा हूँ शादी होने से बढ़े खर्च और नई जिम्मेदारियां कहाँ से उठाऊँगा” हमेशा ऐसा कह कर वो शादी की बात को टाल देता!
Darawani Chudail ki Kahani
विशाल का परिवार किराये पर रहता था, बुजुर्ग माता-पिता थे फिर उसपर हारी-बीमारी, तीज-त्यौहार, आया-गया सब इस एक विशाल के थोड़े से वेतन में मुश्किल से होता था और यही कारण विशाल को परिवार, खर्च और जिम्मेदारियां बढ़ाने से रोकता था फिर भी माता-पिता तो अपने जीते जी अपने बच्चे की शादी करके अपना फर्ज़ पूरा करना चाहते थे इसलिए वो प्रयास में लगे रहते थे मगर विशाल को कोई फर्क नहीं पड़ता था!
एक दिन पास के मंदिर में जहाँ विशाल की माताजी अकसर जाया करती थी वहाँ उन्होंने विशाल की शादी की बात वहाँ के पंडितजी से चलायी और कोई अच्छी लड़की बताने को कहा, इसपर जवाब में पंडित जी ने कहा की “आपकी तरह ही एक और साधारण परिवार है जिनकी लड़की के लिए लड़का चाहिए मगर वो दहेज़ देनेे में सक्षम नहीं हैं इसलिए उस लड़की का रिश्ता कहीं हो नहीं रहा!
Horror Story
आप अगर बिना दहेज़ के शादी करने को तैयार हैं तो मैं लड़की को उसके परिवार के साथ इस रविवार मंदिर में ही बुलवा लेता हूँ आप भी लड़के को लेकर आ जाईयेगा, लड़का और लड़की एक-दूसरे को देख मिल भी लेंगे और सारी बातें भी आमने-सामने हो जाएंगी”
प्रेतनी ने किया सम्मोहित Darawani Chudail ki Kahani
परिवार ने बहुत कह-सुनकर विशाल को मंदिर में लड़की देखने के लिए मना लिया, विशाल को मनाने में सबसे अहम भूमिका उसके चाचाजी की लड़की की रही जिसके विशाल बहुत करीब था और सारी बातें उससे साझा करता था!
पंडितजी ने लड़कीवालों के कहने पर रविवार से पहले फ़ोन करके लड़के की एक तस्वीर लड़के की माँ से मंगवा ली थी और लड़कीवालों को भिजवा दी थी!
रविवार के दिन दोनों परिवार मंदिर में आ गए जहाँ पंडितजी ने दोनों परिवारों का परिचय एक दूसरे से कराया और दोनों परिवारों को बातें करने के लिए आमने-सामने बैठा दिया, विशाल के साथ उसकी बहन (चाचाजी की बेटी) भी आई हुई थी!
दोनों परिवार बातें कर ही रहे थे कि लड़की की माँ ने कहा ” लड़का-लड़की को अलग बैठा देते हैं दोनों बातें कर लेंगे” दोनों को घरवालों से थोड़ी दूर बैठा दिया गया जहाँ दोनों की बातें होने लगी, इधर विशाल के माता-पिता और बहन तीनों को ही लड़की बिलकुल पसंद नहीं आई और उन्होंने सोचा कि विशाल लड़की से बात करके आ जाये तो घर जाकर पंडितजी के द्वारा इस रिश्ते से मना कर देंगे!
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कुछ ही देर में लड़का-लड़की बात करके घरवालों के पास आ जाते हैं और वहाँ आते ही विशाल लड़की के घरवालों से कहता है कि “मुझे लड़की पसंद है और हमारी तरफ से ये रिश्ता पक्का है” विशाल के घरवाले एकदम चौंक जाते हैं, विशाल के मुँह से एकदम से इतनी बड़ी बात वो भी इतनी जल्दबाज़ी में वो सुनकर हैरान होते हैं मगर फिर सोचते हैं इस लड़के ने भी दुनिया देखी है शायद लड़की से मिलकर इसको उसमें जरुर कुछ ऐसा दिखा होगा जो हमें नहीं दिखा!
हमारी पसंद इतनी मायने नहीं रखती जितनी इसकी रखती है और जीवन भी इसको ही काटना है तो इसके फैसले का हमें सहयोग करना चाहिए ये सोचकर विशाल के घरवाले भी कुछ नहीं बोलते और विशाल के सर पर हाथ रखकर विशाल के पिताजी इस रिश्ते की बात को आगे बढ़ाने की सहमति जता देते हैं!
Horror Story
उधर लड़की जिसका नाम ‘काम्या’ था वो भी वहीं मंदिर में रिश्ते के लिए हाँ कर देती है और लड़की के घरवाले खुश होकर पंडितजी से मीठा मांगने को कहते हैं, दोनों परिवार मुँह मीठा करके आगे का कार्यक्रम तय करके अपने-अपने घर आ जाते हैं!
जल्द ही शादी का वो मुबारक दिन आ जाता है जब दोनों को शादी के पवित्र बंधन में बंधना है, शादी की सभी रस्मे पूरी करते हुए दोनों वर-वधु फेरों के लिए आकर अग्नि के सामने बैठ जाते हैं!
Horror Stories in Hindi for Reading
जैसे ही पंडित जी मन्त्र पढ़ना शुरू करते है वैसे ही काम्या थोड़ा सा सर हिलाने लगती है जैसे उसपर किसी ऊपरी शक्ति का असर हो रहा हो, थोड़ी देर ऐसे ही चलता है मगर काम्या की छोटी बहन चालाकी से इस बात को संभाल लेती है और कुछ लोग जो हैरानी से ये सब देख रहे थे उनसे कहती है कि काम्या बहुत थक गई है और आज इसने कुछ खाया भी नहीं है इसलिए इसको थोड़ा सा चक्कर आ रहा है!
सभी लोग इस बात को सही मानकर सामान्य हो जाते हैं, काम्या के घरवालों को छोड़कर किसी को इसकी भनक तक नहीं थी कि मंत्रों के सामने काम्या अपने असली रूप में आने वाली थी जिसको उसकी बहन ने पकड़कर रोक दिया और जल्दी-जल्दी फेरे करा कर उसको विदा करा दिया!
शादी की अमंगल बेला Chudail
विशाल और काम्या की शादी हो जाती है! जैसे ही विशाल काम्या के पास जाता है वो उसको खुद से दूर कर देती है, कहती है कि विशाल आपके अंदर से काफी गंदी बदबू आती है और हमेशा तबियत ख़राब होने कि बात बोलती थी!
ऐसा रोज होने लगा तो विशाल की मम्मी ने काम्या के घरवालों से फ़ोन करके सारी शिकायत की और उनसे काम्या को समझाने को कहा, काम्या के घरवालों ने सही बात पर पर्दा डालते हुए कहा की नई शादी में ऐसा हो जाता है और हमें उसको समझा भी देंगे और उन्होंने फिर काम्या को घर बुला लिया, कुछ दिनों बाद जब काम्या ससुराल वापस आई तो उसमें सुधार दिखने लगा, विशाल और उसके परिवार को लगा के अब काम्या सुधर गई है और अब ऐसा नहीं होने वाला,
अजीब हरकतों का खोला पिटारा Bhoot Stories
कुछ दिन गुजरे काम्या ने अपनी पुरानी नौकरी पर जाना शुरू कर दिया, दो-तीन दिनों तक सब ठीक रहा मगर फिर काम्या अपने दफ़्तर में अजीब-अजीब बातें करने लगी, दफ़्तर में लगी तस्वीर को देख कर कहने लगी कि ये तस्वीर हिल रही है फिर दूसरी तस्वीर को देख कर कहने लगी इसमें से ‘लोग’ निकल रहे हैं, हाथ बाहर निकल कर मेरी तरफ आ रहे हैं..
काम्या को दफ्तर से घर भेजा गया और कहा गया कि इनको इलाज और आराम की बहुत जरुरत है, विशाल अब फिरसे परेशान हो गया कि फिरसे ये क्या हो गया, ये तो पहले से भी कुछ बड़ी समस्या लग रही है! काम्या घर आई और अपना कमरा बंद करके देर तक बैठी रही, विशाल की बहुत कोशिशों के बाद जाकर ही काम्या ने कमरे का दरवाजा खोला!
Real Horror Stories
विशाल ने देखा कि वो लगातार रोये जा रही थी, उसका रोना ऐसा था मानो जैसे कोई ‘रूदाली’ रोती है, जैसे कोई घर में किसी अपने ख़ास के मरने पर दहाड़े मार-मारकर रोता है ऐसे वो रोती जा रही थी पूरे घर में उसकी रोने की आवाज़ गूँज रही थी, विशाल और उसके घरवालों के बहुत कहने पर भी वो कुछ नहीं बता रही थी और बस रोये जा रही थी, सभी लोगों ने ये रात जाग कर काटी और सुबह माँ ने विशाल से काम्या को किसी दिमाग के डॉक्टर को दिखाने को कहा
विशाल सुबह ही उसको लेकर एक बड़े दिमाग के डॉक्टर के पास चला गया, डॉक्टर ने सारी बातें जानने के बाद उसको अकेले में बैठाकर परामर्श किया और कुछ दवाइयाँ देकर काम्या को घर भेज दिया!
Darawni Chudail ki Kahani
कई दिनों तक दवाइयाँ लेने के बाद भी काम्या की हरकतों में कोई सुधार नहीं आया उसको रात में सोये हुए दस-दस रातें गुजर जाती थी और साथ में विशाल को भी जागना पड़ता था, दिन में विशाल घरवालों को उसके पास छोड़कर थोड़ा आराम कर लेता मगर नौकरी पर नहीं जा पाता था इसलिए उसको नौकरी से निकाल दिया गया!
एक दिन विशाल ने अपने दूर के मामाजी से यह सारी बातें साझा की और कुछ मदद करने को कहा, मामाजी पूजा-पाठ वाले व्यक्ति थे और ऊपरी चीज़ों, (Kala Jadoo) टोने-टोटके का इलाज भी करते थे, मामाजी ने विशाल से काम्या को साथ में लेकर उनके घर आने को कहा, विशाल अब काम्या को लेकर मामाजी के यहाँ आ जाता है, मामाजी पूजा वाले कमरे में विशाल से काम्या को लाने को कहते हैं!
Ghost Stories in Hindi
मामाजी मंदिर में जोत जला कर नीचे ज़मीन पर बैठ जाते हैं और काम्या को भी नीचे बैठने को कहते हैं, काम्या पहले तो नीचे बैठने से मना कर देती है फिर विशाल के ज़ोर देने पर नीचे मामाजी के सामने बैठ जाती है मगर जैसे ही मामाजी मंत्र पढ़ कर पूजा शुरू करते हैं काम्या उठ कर दूसरे कमरे में चली जाती है और वहाँ बैठ कर ज़ोर-ज़ोर से रोने लगती है,
विशाल उसको चुप कराने की और मामाजी के पास ले जाने की बहुत कोशिश करता है मगर वो फिरसे ‘रुदली’ जैसा मातम मचाकर रोती हैं इसपर मामाजी विशाल से कहते हैं कि “इसपर कोई बड़ी और ख़तरनाक चीज है, इसका इलाज यहाँ नहीं हो पायेगा, तू इसको यहाँ से घर ले जा”
विशाल की हिम्मत फिरसे टूट जाती है और वो काम्या को घर ले आता है!
प्रेतनी ने दिखाया अपना असली रूप Chudail ki Kahani
ये बात अब विशाल अपने ससुराल में बता देता है और कहता है कि इसका कोई उपाय करो नहीं तो काम्या पागल हो जाएगी इसपर ससुराल वाले विशाल से काम्या को लेकर अपने गाँव जो कि हिमाचल प्रदेश में है वहाँ चलने को कहते हैं, विशाल हाँ कर देता है और दो दिनों के बाद ही विशाल, काम्या और काम्या के घरवाले हिमाचल में अपने पुशतेनी गाँव आ जाते हैं!
अलगे दिन एक भगत को बुलाकर काम्या को उसके सामने बैठाया जाता है, भगत अपने सर अपने ‘देव’ को बुलाकर काम्या से पूछता है कि बता तू कौन है? तू क्या चाहती है? अब पहली बार काम्या के सर वो ख़तरनाक चीज आकर बोलती है “मैं एक आत्मा हूँ (Chudail) जो पहाड़ों में रहती थी मगर मुझे रजनी ने वहाँ पहाड़ों से उठाकर इसके ऊपर छोड़ दिया अब मैं इसको नहीं छोड़ सकती, मैं इसको तुम सबकी आँखों के सामने से अपने साथ लेकर जाऊँगी और मुझे कोई नहीं रोक पायेगा और भगत तू भी अपना पूरा ज़ोर और अनुभव लगा ले मगर उससे कुछ नही होगा इसको तो मरना ही है”
Shaitani Kahaniyan
इतना कह कर वो आत्मा काम्या के शरीर से बाहर चली गई और काम्या ज़मीन पर गिर गई, उसको उठा कर दूसरे कमरे में लेटाया गया, उसके बाद भगत ने बताया कि रजनी नाम की तुम्हारी कोई रिश्तेदार है उसने ही इस ‘दुष्ट आत्मा'(Shaitani Kahaniyan) को भेजा है और यह काम्या के साथ काफी वर्षों से है इसलिए अब वो आत्मा बहुत ताकतवर बन चुकी है, घरवाले समझ चुके थे कि रजनी नाम की काम्या कि एक ताई हैं और उन्होंने ही ये सब काम किया है!
भगत ने कहा “मैं इस आत्मा को अपनी पूजा से काम्या के सर से उतार कर एक डब्बे में बंद कर दूँगा और कुछ फल, फूल और मिठाईयों के साथ विशाल को दूँगा, विशाल को ये सभी समान डब्बे सहित अभी रात में ही जाकर इस पहाड़ी जंगल में गड्डा खोद कर गाड़ना है और वहाँ से निकलकर घर आना है, विशाल चाहे तुम्हे पीछे से कितनी भी आवाजें लगाई जाएँ तुम्हे रुकना नहीं है और न पीछे मुड़कर देखना है अगर तुम गलती से भी पीछे मुड़ गए तो ये ख़तरनाक चीज तुम पर वार कर देगी और हो सकता है तुम्हारी जान भी चली जाये”
Horror Story
ये सुनकर विशाल डर गया, एक तो अनजान जगह, आधी रात का समय उसपर जानवर का तो डर था ही साथ में इतनी ख़तरनाक चीज जो जान लेने से भी पीछे नहीं हटेगी यह डर अलग से था मगर विशाल को लगा आज इस भगत ने इतना बड़ा खुलासा किया है और ये आत्मा पहली बार काम्या के सर आकर बोली है तो शायद इस उतारे (Kala Jadoo) या टोटके से ही मेरी पत्नी ठीक हो जाये और हम सामान्य जीवन खुशी से जी सकें
बस इस बात को सोचकर ही विशाल का ढाढ़स बंध गाया और उसने अपना डरा हुआ मन पक्का करके इस जोखिम को उठाने का फैसला किया, कुछ ही देर में भगत ने काम्या के सर से उस आत्मा को उतार कर डब्बे में डाल दिया, सारी सामग्री के साथ वो डब्बा विशाल को थमा कर उसको जल्दी जंगल में जाने को कहा, विशाल ने एक किलोमीटर पैदल अकेला चलकर एक सुनसान मैदान में उस सारे समान को दफना दिया और वहाँ से जल्दी-जल्दी चलकर वापस उस गाँव वाले घर में आ गाया,
Most Horror Story
रात बहुत हो चुकी थी विशाल के ससुराल वाले सो चुके थे और भगत भी जा चुका था, विशाल काम्या के पास दूसरे कमरे में सोने के लिए गया, उसने जैसे ही दरवाजा खोला तो देखा कि काम्या दीवार की तरफ मुँह करके बातें करे जा रही है,
विशाल की अंदर आने की और दरवाजे की आहट से काम्या ने जैसे ही अपना चेहरा घुमाया तो विशाल काम्या का चेहरा देखकर डर गया, काम्या की आँखें बहुत लाल और बड़ी हो गई थी जैसे मानो फटने वाली हों और काम्या के चेहरे पर एक कुटिल मुस्कान थी जैसे वो भगत से कही बात को सिद्ध कर चुकी हो कि कोई मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकता मैं किसी के वश में नहीं आने वाली
Bhoot ki Kahani
ये सब होता देखकर विशाल ने फिरभी काम्या को संभाला, उसको सुलाने की कोशिश की मगर सब व्यर्थ ही गया, विशाल को फिरसे पूरी रात उसके साथ जागना पड़ा और उसको संभाला पड़ा, सुबह होते ही सब लोग दिल्ली के लिए निकल गए और रास्ते में विशाल ने अपनी ससुराल वालो को सब कुछ बता दिया कि काम्या को उस ‘भगत’ से कुछ आराम नहीं मिला है!
आप लोग काम्या का इलाज किसी अच्छे भगत से कराइये साथ में ‘इहबास’ दिल्ली का एक बहुत बड़ा मानसिक रोगों का सरकारी अस्पताल है, कल इसको वहाँ लेकर जाऊँगा और दवाईयाँ दिलाकर अब जबतक इसको आराम नहीं लगता आप लोग इसको अपने पास रख लीजियेगा, मेरे घर पर मेरे अलावा काम्या को संभालने वाला कोई नहीं है क्यूंकि मैंने देखा है जब काम्या की हालत बिगड़ती है तो मम्मी-पापा बेबस से हो जाते हैं,
Darawni Chudail ki Kahani
मैं कल से एक नौकरी पर जाना शुरू कर रहा हूँ, क्यूंकि पहली वाली नौकरी तो मेरी छूट चुकी है और काफी दिनों से मैं काम्या की तबियत की वजह से कोई नौकरी नहीं कर पाया और इतने खर्चा बिना आमदनी के होने से मेरे सर पर काफी कर्ज़ हो गया है, इसलिए मैं कल इसको दवाई दिलाकर अपनी नई नौकरी पर चला जाऊँगा, मैं बीच-बीच में काम्या और आपसे मिलने आता रहूँगा, ये कहकर विशाल ने काम्या को उसके माइके छोड़ दिया और घर आकर घर पर सारी बात बताई तो घरवाले कहने लगे इहबास दिमागी इलाज का एक बहुत बड़ा अस्पताल है और हो सकता है हमारी बहु वहीं से ठीक हो जाये!
प्रेतनी की बढ़ती बेचैनी Bhoot Pret ki Kahani
अगले दिन विशाल, काम्या और काम्या की छोटी बहन इहबास अस्पताल गए और काम्या तो दवाई दिला लाए!
जिससे काम्या को दो दिन तो थोड़ा आराम रहा, नींद भी ठीक से आई मगर अगले दिन जब विशाल अपनी नौकरी पर था तो उसको उसकी साली का कॉल आया कि जीजू जल्दी घर आ जाओ दीदी अजीब सी हरकतें कर रही है, ये सुनते ही विशाल तभी अपनी ससुराल के लिए निकल गया और जाते ही देखा कि काम्या एक दीवार से दूसरी दीवार के बीच में अपने कमरे में जल्दी-जल्दी चल रही है,
Real Horror Stories
मानो जैसे किसी ने उसको ये कार्य दिया हुआ हो, काम्या एक दीवार की तरफ अपना चेहरा करती फिर उस दीवार से कुछ कहती और जल्दी से पलट कर दूसरी दीवार की तरफ चल देती फिर इस दीवार से कुछ बड़बड़ाती और फिरसे पलट कर पहली दीवार की तरफ चल देती,
विशाल के आते ही काम्या की बहन ने ये सब दिखाया विशाल को ये सब देखकर बहुत अजीब लगा उसने भागकर काम्या को रोका तो काम्या कहने लगी की देखो यहाँ दीवार पर सांप चल रहे हैं इनसे मुझे बचाओ, मेरे सोने के बाद दीवार से हाथ निकलकर मेरी गर्दन दबाते हैं, इस दीवार को तुड़वाओ, काम्या की माँ ने काम्या को रोका तो काम्या ने माँ को धक्का देकर कहा तू मुझसे दूर रह, तू नागिन है, रोज रात तू मुझे डसती है,
ये सब काफी बढ़ता जा रहा था तो विशाल ने काम्या के हाथ पकडे और उसको पलंग पर लेटाने लगा मगर काम्या के शरीर में पता नहीं उस समय क्या आ गया था कि उसने विशाल की मजबूत पकड़ भी एकदम आराम से छुड़वा ली और अब काम्या किसी के काबू में नहीं आ रही थी, लगातार बोले जा रही थी कमरे में एक दीवार से दूसरी दीवार तक जल्दी-जल्दी चले जा रही थी,
Chudail
सभी घरवाले वहाँ थे और सब उसको शांत करना चाहते थे, सबकी 2 घंटे की कोशिश के बाद जाकर काम्या शांत हुई और ज़मीन पर अपने होश खोकर गिर गई, उसको पलंग पर लेटाया, विशाल की साली ने विशाल को बताया कि जीजू काम्या कल रात तो घर के सारे पेन लेकर दीवारों पर कुरेदे जा रही थी न जाने क्या बड़बड़ा रही थी बस पागलों की तरह इस दीवार से उस दीवार पर पेन चलाती जा रही थी, थोड़ी देर बाद उसको होश आ गया,
अब काम्या एकदम सामान्य व्यवहार कर रही थी, कुछ देर बाद विशाल वहाँ से निकल कर अपने घर आ गया, घरवालों ने जल्दी आने का कारण पूछा तो विशाल ने सब कुछ बता दिया, विशाल ने अगली सुबह अपने ससुराल फ़ोन करके काम्या की तबियत का हाल जाना तो विशाल को पता चला कि काम्या इहबास वाली दवाई से काफी ठीक है और ठीक से खाना भी खा रही है!
A Horror Story in Hindi
विशाल ऐसे ही रोज़ दिन में दो बार ससुराल बात करता और काम्या की तबियत की जानकारी लेता ऐसे ही एक हफ्ता गुजर गया काम्या की तबियत सामान्य होने की वजह से विशाल काम्या को अब अपने घर ले आया, जिस दिन से काम्या विशाल के पास लौटी उसने फिरसे अजीब बर्ताव शुरू कर दिया, वो विशाल को खुदसे दूर करने लगी, बहुत गन्दी बदबू आ रही है ये कहकर वो विशाल को कमरे से निकाल देती है!
एक सुबह काम्या राजमा बना रही थी और विशाल नौकरी पर जाने के लिए तैयार हो रहा था तभी विशाल ने देखा कि काम्या ने खाने के पतिले से जिसमें राजमा बन रहे थे उसमें से गर्म राजमा निकाल कर कटोरी में डाले और एक सांस में वो सारे गर्म-गर्म राजमा निगल गई पानी तक नहीं पिया और न ही उसका मुँह गरम राजमा से जला, उल्टा वो तो अपने रसोई के कामों में ऐसे लगी रही जैसे उसने गर्म राजमा नहीं पानी पिया हो
Darawani Kahaniyan
ये देख कर विशाल काफी घबरा गया की ऐसा कोई इन्सान तो नहीं कर सकता जरुरत इसके शरीर में और कुछ है जो इसको किसी बात का असर नहीं होने देता और इसने उस दिन मुझसे जो हाथ छुड़ाए थे तब भी मुझे ऐसा ही लगा था मानो इसके शरीर का कोई और इस्तेमाल कर रहा है जिसकी ताकत इंसानों से कहीं ज्यादा है!
काली शक्ति की खबर लेने आई ‘माँ काली’ Horror Stories
ऐसे ही रोज़ कुछ न कुछ होता रहता था, कभी काम्या को दीवार से हाथ निकलते दिखते तो कभी उसको तस्वीरों और चीज़ों का हिलना महसूस होता, विशाल इस अति से तंग आ चूका था सारे रास्ते विशाल को बंद नज़र आ रहे थे मगर वो कहते हैं न कि ‘जब सारे रास्ते बंद हो जाते हैं तो उप्परवाला एक पतली गली जरुरत खोल देता है जिससे इन्सान को निकल जाना चाहिए’
ऐसी ही एक पतली गली यहाँ भी खुल गई थी, विशाल की मामीजी ने विशाल को ‘काली माँ’ की मूर्ति घर में स्थापित करके उसकी पूजा करने को कहा, विशाल को भी उस समय यही रास्ता दिख रहा तो उसने वैसा ही किया, वो बाजार से ‘काली माँ’ की एक छोटी सी मूर्ति ले आया और एक कमरे में उस मूर्ति को स्थापित कर दिया, कुछ देर बाद काम्या ने उस मूर्ति को देख लिया और वो ज़ोर-ज़ोर से बोलने लगी कि ये मूर्ति यहाँ कौन लाया है और इसको यहाँ से जल्दी हटाओ,
Darawni Chudail ki Kahani
विशाल जब बाहर से आया तो विशाल को सारी बातों का पता चला, इसपर विशाल ने समझाया कि मैं इस मूर्ति को पूजा करने के लिए लाया हूँ और इससे कुछ गलत नहीं होगा और काली माँ की पूजा से घर में शान्ति आएगी, काम्या ये सब सुनकर गुस्से से अपने कमरे में चली गई, अब रोज़ विशाल काली माँ की पूजा करने लगा
काम्या अब पहले से काफी ठीक रहने लगी मगर उसके मन में अब भी काफी हलचल सी रहती थी, न तो वो पूजा में विशाल के साथ बैठती थी और न ही पूजा वाले कमरे में जाती थी, काम्या पुरानी दिक्कतों से तो ठीक थी मगर उसकी बेचैनी काली माँ की पूजा को लेकर बढ़ती जा रही थी!
Horror Story
एक दिन काम्या ने अपने घरवालों को अपने ससुराल बुला लिए और उनसे काली माँ की मूर्ति हटवाने के लिए विशाल से बात करने को कहा, विशाल से काम्या के पिताजी ने कहा कि बेटा काली माँ की मूर्ति घर में रखकर पूजा नहीं करते, ऐसा करना शुभ नहीं होता, विशाल तुम खुद सोचो कभी तुमने किसी घर में काली माँ की मूर्ति की पूजा होते देखी है, तुम इसको किसी मंदिर में रख आओ, काम्या की माताजी ने भी यही कहा और विशाल को घर से काली माँ की मूर्ति निकलने के लिए मजबूर कर दिया, विशाल तभी उस मूर्ति को मंदिर में दे आया!
अगली ही रात से फिरसे काम्या की वही सारी हरकतें शुरू हो गई अब वो फिरसे पूरी रात जगती रहती थी और विशाल को खुद से दूर रहने को कहती थी, दीवारों से बातें करना, खुद से ही बातें करना और ‘रुदली’ की तरह रोना जैसे कोई मरने पर रोता है,
Chudail ki Kahani
यह सभी हरकतें अब फिरसे शुरू हो गई थी, विशाल ने अगले दिन अपनी ससुराल में फ़ोन करके ये सब बताया तो उन्होंने विशाल और उसके परिवार को ही अपनी बेटी काम्या की इस हालत का जिम्मेदार ठहराया और कहा काम्या और उसकी सास की बनती नहीं है, काम्या को तुम्हारी माँ पूरा दिन कोसती रहती है तो वो बेचारी इतना सह नहीं सकी इसलिए उसकी मानसिक स्तिथि थोड़ी बिगड़ गई है, विशाल तुम काम्या को लेकर अलग हो जाओ फिर चाहे तुम्हे किराये पर कमरा लेकर ही क्यों न रहना पड़े, तुम देखना सब ठीक हो जायेगा,
शैतान की भी झलक दिखी Shaitani Kahaniyan
विशाल जानता था कि काम्या ने ही अपने घरवालों को ऐसा बोला है क्यूंकि काम्या शादी के बाद पहले ही महीने से विशाल के माता-पिता से विशाल को लेकर अलग होना चाहती थी, विशाल समझ गया कि काम्या के घरवाले कुछ नहीं करेंगे और जो कुछ करना है वो उसको और उसके परिवार को करना है!
काम्या के हाल की वजह से विशाल खुद पर ध्यान नहीं दे पा रहा था, हिमाचल से उस भगत के पास से आने के बाद और उसका दिया टोटका ज़मीन में गाड़ने के बाद से ही उसका शरीर उसको दोगुना भारी लगने लगा था और टांगो में तो बहुत ज्यादा दर्द रहता था मगर घर में इतनी आफत के चलते वो खुद का इलाज कराने का सोच भी नहीं सकता था!
Bhooto ki Kahani
हिमाचल से आने के बाद से यहाँ-वहाँ से कोई एक-दो गोलियां खाकर काम चला रहा था मगर सच तो यह था कि वो अंदर से बहुत बीमार था, मगर इन दिनों एक नई परेशानी या यूँ कहें कि एक नई बीमारी विशाल को हो गई थी, विशाल का चेहरा सूज कर काफी बड़ा हो गया था, गाल मोटे-मोटे हो गए थे और आँखें अंदर धस सी गई थी,
विशाल खुद को शीशे में देख कर दंग रह जाता था कि ये मेरा चेहरा नहीं है ये कोई शैतान है जो मेरे अंदर बैठा है, हिमाचल में उस भगत से मिलने के बाद से ही विशाल को उस ‘शैतानी’ वजूद का अपने शरीर में एहसास होता था क्यूंकि विशाल का वजन जितना है उससे दोगुना महसूस होना और अब चेहरे में भी उस शैतान का चेहरा दिखना यह इस बात के साफ संकेत थे कि शैतान विशाल पर अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है!
Horror Short Stories in Hindi
विशाल के घरवालों से ये सब देखा नहीं जा रहा था तो उन्होंने पंजाब के अपने पुशतेनी गाँव में विशाल के इलाज के लिए बात की तो पता चला कि कोई उनके गाँव के पास ही एक ‘सिख’ समुदाय के पुजारी हैं और वो निस्वार्थ भाव से ऐसे इलाज करते हैं, विशाल के घरवाले विशाल और काम्या को लेकर दो दिनों बाद ही उन महात्मा से मिलने जा पहुँचे पहले उन्होंने काम्या को देखा और अपनी पूजा की चौकी में लोगो की संगत के साथ बैठने को कहा तो काम्या बैठने को तैयार नहीं हुई और पूजा के धूने से उठ रहे धुएं की शिकायत करके वहाँ से चली गई,
अब उन महात्मा ने विशाल से धूने में संगत के सामने बैठने और पूजा के धुनें से राख लेकर विशाल के माथे पर मल दी, तभी वो शैतानी शक्ति विशाल के सर आकर ज़ोर-ज़ोर से हसने लगी, महात्मा ने कहा कि इसका पीछा छोड़ दे जहाँ से तू आया है वहीं चला जा, इसपर वो शैतान बोला कि तुझमें या किसी में इतनी ताकत नहीं है जो इसका पीछा मुझसे छुड़ा सके या मुझे वापस भेज सके, मुझे इसको अपने साथ लेकर जाना है,
Ghost Stories in Hindi
महात्मा ने विशाल के शांत होने पर उसके घरवालों से कहा कि विशाल को किसी ने खाने में ‘तांत्रिक मन्त्र पढ़ा ताबीज़’ डाल कर खिलाया है और इसका असर अब तेज़ी से बढ़ रहा है, मुझे आपके घर आकर 43 दिनों का जाप करना पड़ेगा तभी इस शैतानी शक्ति पर हम जीत हांसिल कर पाएंगे, विशाल भी ये सब सुन रहा था उसको पता नहीं क्या हुआ शायद उसी शैतानी शक्ति का असर रहा होगा, विशाल बीच में जोर से हँसते हुए बोल पड़ा मम्मी-पापा यहाँ से चलो इस पाखंडी से कुछ नहीं होगा, घरवालों को शर्मिंदा होकर वहाँ से निकलना पड़ा!
अगले ही दिन पूरा परिवार दिल्ली आ गया और सभी परेशानियां, दुख और दर्द अपनी जगह कायम रहे, कुछ और दिन बीते विशाल अपनी मामाजी और मामीजी से मिलने उनके घर गया तो उन्होंने विशाल और उसके परिवार का हाल पूछा तो विशाल ने सब बातें बताई इसपर मामीजी बोली ‘काली माँ’ की पूजा के बाद भी ऐसा होना आश्चर्य की बात है,
Real Horror Stories
विशाल शर्मिंदा होकर बोला मामीजी वो मूर्ति तो एक ही हफ्ते बाद मैं मंदिर में दे आया था, इसपर मामीजी बहुत गुस्सा हुई और कहा कि क्या तुझे काली माँ की पूजा से आराम नहीं था? तो इसपर विशाल ने कहा आराम तो बहुत था लेकिन काम्या और ससुरालवालों के ज़ोर देने पर मैंने वो मूर्ति मंदिर में दे दी थी,
यह बात सुनकर मामीजी ने विशाल को बहुत डांटा और फिर कहा कि दोबारा से पूरी श्रद्धा और मन से काली माँ की मूर्ति अपने घर में स्थापित कर ले उसी से तेरा और परिवार का बचाव होगा और घर में शान्ति आएगी, विशाल हर जगह से निराश और परेशान तो था ही साथ में उसको काली माँ की पूजा से काफी फर्क भी लगा था इसलिय उसने इसी रास्ते को चुनने का फैसला लिया!
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अगले दिन ही विशाल ने बाजार जाकर काली माँ की सुन्दर सी 2 फुट लम्बी मूर्ति घर में फिरसे ले आया और गंगाजल से पूजा वाले कमरे को शुद्ध करके मूर्ति की स्थापना कर दी!
शाम हुई काम्या अपनी नौकरी से वापस आई उसने मूर्ति को देखा तो उसका पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया वो अपने सास-ससुर पर ज़ोर-ज़ोर से चिलाने लगी कि ये मूर्ति कौन यहाँ लाया है? जब मैंने पहले भी कितनी बार मना करके उस मूर्ति को मंदिर भेजा था तो फिर किसने और क्यों ये मूर्ति लेकर यहाँ रखी है?
A Horror Story in Hindi
इतने में विशाल घर आ गया और काम्या से बोला के ये मूर्ति मैं लाया हूँ और अबसे इसकी मैं रोज़ नियम से पूजा करूँगा तुझे अगर दिक्कत है तो तू अपने मायके चली जा लेकिन लेकिन अब ये काली माँ की मूर्ति यहीं रहेगी इतना कहकर विशाल घर के आँगन से अपने कमरे में चला गया, काम्या को ये सब बहुत बुरा लगा लेकिन वो भी विशाल के पीछे-पीछे कमरे में चली गई, अब रोज़ विशाल काली माँ की पूरी श्रद्धा से पूजा करने लगा,
रोज़ सुबह पूजा करने के बाद ही कुछ खाता और फिर काम पर जाता उधर काम्या की सब हरकतें बंद हो गई थी, घर में भी शान्ति रहने लगी थी मगर फिर भी काम्या काली माँ की पूजा को लेकर परेशान रहती थी ऐसे ही और उसको रुकवाना चाहती थी, एक दिन विशाल के साथ काम्या भी पूजा वाले कमरे में आ गई और बोली कि आज काली माँ की पूजा मैं करुँगी, विशाल को ये बात अजीब लगी मगर उसने काम्या को पूजा करने की अनुमति दे दी,
Chudail ki Kahani
काम्या ने जैसे ही जोत जलाने की कोशिश की पहले तो जोत जली ही नहीं फिर एक बार जली भी तो तुरन्त ही बुझ गई, विशाल ने काम्या से माचिस लेकर एक ही बार में वो जोत जला दी और अपनी पूजा विधिवत पूरी की, विशाल ने पूजा वाले कमरे से बाहर आकर काम्या से कहा तूने मेरी पूजा में अड़चन डालने की कितनी कोशिशें की है और आज अपने हाथ से जोत जला कर भी देख लिया मगर तू वहाँ भी सफल नहीं हुई, तू और ज़ोर लगा ले मगर अब इस घर में शान्ति भंग नहीं होगी इतना कह कर विशाल नाश्ता करने चला जाता है और काम्या सोच में पड़ जाती है!
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दो दिनों के बाद विशाल जब काम से घर लौटता है तो देखता है कि पूजा वाला कमरा एकदम अस्त-व्यस्त पड़ा है सब चीज़ें बिखरी पड़ी हैं बस एक काली माँ की मूर्ति है जो अपनी जगह कायम है,
विशाल सीधा काम्या के पास जाता है और कहता है तूने पूजा वाले कमरे में क्या किया है? जिससे सारा कमरा बिखर गया इसपर काम्या ने रोते हुए जवाब दिया कि घर में दोपहर को कोई नहीं था तो मैंने मूर्ति को यहाँ से हटाने का प्रयास किया मगर वो ‘1500 ग्राम की मूर्ति’ टस से मस नहीं हुई और मुझे न जाने कहाँ से मेरे गालों पर, पीठ पर और मेरे सर पर थप्पड़ पड़ने लगे और मैं कमरे में ही गिर गई,
Ghost Stories in Hindi
मैंने बाहर निकलने की काफी कोशिश की मगर मैं उस कमरे में उठती रही और थप्पड़ खाकर फिरसे गिरती रही इसलिए पूजा वाले कमरे का सारा सामान ज़मीन पर गिरने लगा, विशाल ने काम्या के चेहरे की तरफ देखा तो उसको काम्या के चेहरे पर लाल और नीले निशान दिखायी दिये जैसे किसी ने काम्या को काफी मारा हो, ऐसे ही निशान विशाल ने काम्या की पीठ पर भी देखे!
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इसी रात को जब विशाल सो रहा था तो उसको कुछ आवाजें आने लगी जैसे कोई धीरे-धीरे बात कर रहा हो तो उसने चुपके से आँखें खोल कर देखा तो काम्या किसी से फ़ोन पर धीमी आवाज़ में बात कर रही थी और एक डायरी में कुछ लिखें जा रही थी, विशाल उस समय तो सो गया मगर सुबह जब काम्या नहाने गई तो उसने अलमारी में काम्या के कपड़ों में छिपी वो डायरी खोज निकली और उस डायरी को जैसे ही खोला तो उसमें राक्षस, दानव, चुड़ैल के चेहरे बने हुए थे और तांत्रिक मन्त्रों का उस डायरी में जिक्र था,
Chudail
वशीकरण के मन्त्र लिखें हुए थे और लगभग हर दूसरे पन्ने पर तीन इंसानी आकृति बनाकर उन आकृतियों को बार-बार लाल सिहायी वाले पेन से कांटे का निशान मारकर काटा गया था! विशाल को ये सब देख कर कुछ ज्यादा तो समझ में नहीं आया मगर उसको ये पता चल गया था कि ये कोई बहुत अशुभ करने की योजना जरुर है,
अब उसने काम्या के फ़ोन को भी देखा कि वो रात को एक बजे किस से बात रही होगी, विशाल को फ़ोन में ढूढ़ने पर पता चला कि वो फ़ोन नम्बर तो काम्या के हिमाचल वाले पुशतेनी गाँव के भगत का था और उस नम्बर पर लगभग रोज ही एक-एक घंटा बात होती है, ये जानकर तो विशाल का गुस्सा सातवें आसमान पर चढ़ गया मगर उसको पता था कि अगर अभी बिना सारी बात जाने उसने झगड़ा कर लिया तो उससे कुछ साबित नहीं होने वाला तो उसने वो डायरी उठायी और अपने मामाजी जिसके पास वो काम्या को पहले लेकर गया था वहाँ जा पहुँचा,
Darawni Chudail ki Kahani
मामाजी के पूछने पर विशाल ने सारी बात मामाजी को बतायी और डायरी भी उनके सामने खोल कर रख दी, मामाजी तो ज्ञानी पुरुष थे तो उनको सब समझते देर नहीं लगी, उन्होंने विशाल से कहा ये सब तंत्र विद्या के निशान हैं, काला जादू करके सबको मारने की योजना है और इसलिए हर दूसरे पन्ने पर तीन इंसानी आकृतियां बानी हुई है साथ में उनको खून के रंग यानि लाल रंग से काटा गया है, ये तंत्र विद्या से किसी को मारने की एक विधि जैसा ही है, और काम्या तो तांत्रिक नहीं है इसलिए वो उस हिमाचल वाले ‘भगत’ की सहायता लेकर ये सब करना चाहती है
अगर तूने काली माँ की पूजा शुरू नहीं की होती तो वो लोग अब तक अपनी दुष्ट क्रिया में सफल हो गए होते और यही कारण था कि काम्या काली माँ की पूजा और मूर्ति के इतना खिलाफ थी, अब विशाल को सबकुछ समझ आ गया था कि काम्या को घर में रखना मतलब सबकी जान को दिन-रात जोखिम में डालना था
Horror Kahaniyan
इसलिए विशाल उस दिन अपनी नौकरी की छुट्टी करके सीधे पंडित जो बिचौलिया था उसके घर जा पहुँचा और सब कुछ दिखाया और बताया, पंडित की ये सब देखकर कोई आवाज नहीं निकाली, विशाल ने कहा उसके घरवालों को आज मेरे घर भेजो और कहो इसको लेकर जाएं, शाम को काम्या के घरवाले आये, काफी बहस और झगड़ा होने के बाद वो काम्या को लेकर चले गए!
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अब घर में पूरी तरह शान्ति थी और ऐसे ही एक हफ्ता गुजर गया, विशाल का परिवार एक बिल्डिंग की चौथी मंज़िल पर किराये पर रहता था, सर्दियों में दोपहर के समय विशाल की मम्मी आँगन में धूप सेक रही थी घर पर कोई और नहीं था, एकदम से विशाल की मम्मी को किसी जानवर के गुरराने की आवाज़ आने लगी उसको लगा कोई कुत्ता सीढ़ियों से ऊपर आ रहा है तो जल्दी उठकर इसको भगा देती हूँ,
Darawni Chudail ki Kahani
उन्होंने कुर्सी से उठकर जैसे ही सीढ़ियों में झांका तो उनके होश उड़ गए, उन्होंने देखा कि एक बड़ा सा बिना धड़ वाला गोल चेहरा तेजी से ऊपर उनकी तरफ बढ़ रहा है और जितना पास आ रहा है उतना बड़ा होता जा रहा है और वो चेहरा उनकी बहु काम्या का है, विशाल की मम्मी भागकर पूजा वाले कमरे में चली गई और वो चेहरा पूजा वाले कमरे की चौखट पर ही रुक गया बोलने लगा तुझे मेरे साथ चलना है बाहर आ,
इसपर विशाल की मम्मी ने पूछा तू कौन है? इसपर उस चेहरे ने कोई जवाब नहीं दिया बस अपनी जानवर वाली गुरर्राहट तेज़ कर ली जैसे कोई जानवर हमला करने से पहले करता है और फिर उस चेहरे ने वो बात दोहराई तुझे मेरे साथ चलना है, विशाल की मम्मी ने कहा कि ठीक है मैं तेरे साथ चल रही हूँ मगर तू अंदर तो आजा बाहर से ही लेकर जायेगा क्या?
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अब वो शैतानी चेहरा बोला चल तो दूसरे कमरे में आ, वहाँ से लेकर जाता हूँ तुझे, मगर मम्मी अपनी बात पर अड़ी रही इसपर उस शैतानी चेहरे का गुस्से से लाल रंग पड़ गया इधर विशाल की मम्मी को पता नहीं कौन सी शक्ति उनमे आई कि उन्होंने बाहर आकर उस शैतानी चेहरे पर एक ज़ोरदार थप्पड़ जड़ दिया और तभी वो चेहरा गायब हो गया, विशाल की मम्मी की तबियत इस घटना के बाद से काफी बिगड़ गई और वो उसी पूजा वाले कमरे में लेट गई थोड़ी देर बाद विशाल के पापा ने आकर विशाल को फ़ोन करके बुलाया!
विशाल ने आकर देखा और पूछा कि मम्मी अचानक तबियत कैसे बिगड़ गई? तो मम्मी बस इतना ही बोल पा रही थी कि काम्या आई थी, काम्या आई थी, विशाल को कुछ नहीं सुझा तो उसने पूजा के दिये से तेल लेकर मम्मी के सर में मालिश की जिससे उनको बहुत आराम मिला और अब वो ठीक से बातें करने लगी और अपने साथ हुई इस घटना को विशाल और उसके पापा को विस्तार से बताया,
Ghost Stories
सारी बातें साफ थी कि काम्या वाले चेहरे के रूप में कोई शैतानी शक्ति विशाल की मम्मी को मारने को भेजी गई थी, पूजा वाले कमरे में जाकर उन्होंने अपनी जान बचाई और उस शक्ति को उग्र होता देख खुद काली माँ ने विशाल की मम्मी के शरीर में आकर उस शैतानी शक्ति को मार के भगाया था!
प्रेतनी निकली अगले शिकार पर Darawni Chudail ki Kahani
काम्या के घरवालों ने विशाल के परिवार पर मुकदमा कर दिया, वो मुकदमा कई वर्ष चला, काफी पैसा विशाल के परिवार का लगा फिर विशाल और काम्या का तलाक़ हो गया, बिचौलिया पंडित से विशाल को पता चला कि 2 वर्षों पहले काम्या की फिरसे शादी हो गई है और अब उसके ससुराल वालों को यही सब भुगतना पड़ रहा है जो विशाल के परिवार ने भुगता था..
अब आप ही बताइये ये पत्नी थी या प्रेतनी?
गृहस्थी:
पति-पत्नी मिलकर गृहस्थी बनाते हैं
जिसमें वो प्यार, विश्वास और सपनों का पौधा लगाते हैं!
दुख तब होता है जब एक इन्सान इस पौधे को नौच देता है,
बसी बसाई गृहस्थी को आग में झोंक देता है!
नोट: अपने डरावने सच्चे किस्से हमें बताएं, पैसा और नाम कमाएं!
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